गणपति वंदना

🌺दोहा🌺
मूसावाही, द्रुत, चतुर, कवि कोविद गणनाथ।
सिंधुर-आनन, एक-रद, नमो नमो गजमाथ।।१
मोदकप्रिय गजकर्णक, रिधि सिधि रा पतिदेव।
हेरंब, हर-सुत, गणपति, टाल़ विघन ततखेव।।२
वंदन विघन विनाशका, गिरजा सुत गणनाथ।
तवन त्रिभंगी तूठजै, हेरँब हाथौ हाथ।।३
🌺छंद त्रिभंगी🌺
दुख भंज दुँदाळा, देव दयाळा, सुत शिव वाळा, गिरजाळा।
जय चार भुजाळा, हे फरसाळा, नमन निराळा, मन वाळा।
वंदन विरदाळा, तरसूळाळा आव उताळा, गणनाथम्।
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।1
आखू असवारी, गज मुख धारी, हुं बलिहारी, हुं थारी।
नह जिण री कारी, संकट भारी, उण दो जारी, दुख हारी।
भगतां रा भारी, हे हितकारी, द्रढ व्रत धारी, इक दंतम्।
रिधि सिधि रा स्वामी नाथ नमामी, हुं खलकामी, माफ करम्।।2
आसन पर आवौ, मन हरसावौ, दो दरसावौ, लूं लावौ।
मोदक अर मावौ, थें खवरावौ, फूल फळावौ, अणमावौ।
शुभ लाभ करावौ, कष्ट कटावौ, घटा छटावौ, तिमिर मयम्।
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।3
षोडस उपचारम, सांझ सवारम, पाद पखारम, स्वीकारम।
गंगोदक धारम, स्नान तिहारम, जिण पंचामृत है डारम।
मलमल शुभवारम, पट शुभ धारम, मौ मनुहारम, स्वीकारम्
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।4
दुरवादल देवूं, चंदण सेवूं, सिरपर लेपूं, सिंदूरम।
दीपक प्रगटेवूं, धूप धरेवूं, जय जय केवूं, मन मुदितम्।
अक्षत समपेवूं, शुभ चित सेवूं, हेरँब देवू, विघन हरम्।
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।5
जय जन सुखदायक हे गणनायक, विघन विनायक वरदायक।
शुभ लाभ प्रदायक, रहो सहायक, हुं नालायक तौ पायक।
श्रृति औ स्मृति गायक, शिव सुत लायक, चार भुजायक, इक रदनम।6
गळ हार अनुपम, तन पट पीतम, सिर पर मुकटम सुंदरतम।
धर यज्ञ पवितम, लखत ललितम, परम पूनीतम्, मनहरणम।
रखियौ लज बाळम, नेह निहाळम, परम कृपाळम, जयम जयम।
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।7
जिणरै मिस गाया, उणपर दाया, हे गणराया, कर आया।
कर कष्ट सफाया, सुख शुभ छाया, कर मन भाया, जसगाया।
नरपत बिरदाया, छंद बणाया, थनैं सुणाया, करो शिवम।
रिधि सिधि रा स्वामी, नाथ नमामी, हुं खल कामी, माफ करम्।8
🌺छप्पय कलस🌺
गणाध्यक्ष गजबदन, रदन इक सिंधुर आनन।
विध्न विनाशक देव, नमन शिव सुत नागानन।
गौरी पुत्र गणेश, रिधि सिधि के वरदाता।
सदा करै शुभ लाभ, साच मन जो बिरदाता।
नित पाठ पढ्यां पातक जळै, काटै कष्ट कलेष है।
कव सांचै मन सेवा कियां, हेरंब साथ हमेश है।।