गीत महाशक्ति राजबाई रो
गीत प्रहास साणोर
करी मुगलाण हिंदवाण संग जाल़ अकब्बर
सको दुनियाण रै साव सामै
कुटल़ मन राचनै अनीति कूड़ता
पह नह जिकण री खबर पामै १
जीत मन भरोसो छत्रियां जोर रो
तोर रो लियो उण देख तोरो
चोर जद भामण्यां दिसा मन चलायो
सोर बिन हलायो काम सोरो २
आल़ दिन नकट नवरोज रै ओल़ावै
छल़ावै बात सब राख छानी
ताम सूं हूरमां राणियां तेड़वै
कुटल़ रा नैण फुटराप कानी ३
कमंध पीथल तणी जादवं कामणी
भामणी भूल सूं उठै आई
सामणी शील री देख छल़ सांपरत
धार उर इष्ट कर याद ध्याई ४
सांभल़ै काछेली आज मो सायल़ां
जाणजै सनातन ऊद जाई
उबारण माड़ेची तणी आ आबरू
वाहरू बणै तूं राजबाई ५
चाड जद नार री गई चोराड़वै
जगत मे पीथ री लाज जावै
भगत री आज दिन भीर बीजो बता
आप बिन दूसरो कवण आवै ६
अरज सुण करुणा तणी झट ईसरी
नीसरी निबाहण जात नातो
पेखतां बीसरी भुजा तण पूगियो
तीसरी ताल़ मे सिंघ तातो ७
अफंड मुगलाण रा ऊदाई ईखिया
आप बण होफरंग गाज ऊठी
राज कमंधेस री लाज कज राजला
रूप विकराल़ रढियाल़ रूठी ८
हैरानी अकब्बर डर्यो झट हियै मे
दिखायो केहरी रूप देवी
इष्ट जद सिमरियो मुगल मन आपरै
कंपियो साच हिंदवाण केवी ९
पगां सूं धूजियो पड़्यो डर पगां मे
लुच्चापण आज तक लाज लूटी
बगसजै प्राण ऐ हमरकै बीसहथ
छत्रियां लाग नवरोज छूटी १०
बचाई पीथ री आबरू बीसहथ
छती है बात वा नको छानी
मिटाई लाग नवरोज री मात तैं
मुदै जिण बात नै जगत मानी ११
ऊदाई राजला सुणै अब ईसरी
दीह निस गीधियो सुजस दाखै
जेम ही राखजै लाज मो जामणी
राज प्रिथीराज री लाज राखै १२
~~गिरधरदान रतनू दासोड़ी