खुद तो खुद सूं साचो बोल

खुद तो खुद सूं साचो बोल
सै सूं पैली खुद नै तोल,
खुद रै मन री घुन्ड्यां खोल,
औरां सूं तो झूठ भलांई
खुद तो खुद सूं साचो बोल।
मन री सगळी घात बता तूं,
प्रतिघाति हालात बता तूं,
मन नीं मानै मत ना बोली
एकर साची बात बता तूं।
जे तूं जाणै दुनियां गैली,
तो तूं गैलो सै सूं पैली,
लोकवेद सूं अळगो भाग्यां,
दुनियां कीकर थारी व्हैली।
भाग भरोसे तो तूं भंडसी,
खोटो भरम हकीकत खंडसी,
न्याय ताकड़ी काण रही तो
महाभारत माड्याणि मंडसी।
~~डा. गजादान चारण “शक्तिसुत”