किसै धर्म री बात करै तूं ?

किसै धर्म री बात करै तूं?
बात- बात में घात करै तूं!
मिनख मारणो बोल बेलीड़ा।
किसै देव री जात करै तूं?
ओ तो किसो लांठापो थारो?
खुद सूं खुद नै मात करै तूं!
सोनै रो संसार उजाड़ै !
पीतल़ ऊपर पात करै तूं?
ज्यांरै खोल़ै खोली आंख्या!
वां पर ही गुररात करै तूं?
पाड़ोसी री पीड़ दुखायर!
सराजाम सुख सात करै तूं?
धोल़ै दिन रा भोल़ा भाई!
आंख मींच नै रात करै तूं

~~गिरधरदान रतनू दासोड़ी

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