रघुवरजसप्रकास – किसनाजी आढ़ा

चारण किसनाजी आढ़ा विरचित
रघुवरजसप्रकास
संपादक : डॉ.सीताराम लालस
राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर
वि.सं. २०१७ (ई.सं. १९६०)
| कड़ी-14 | विषय: मात्रा वरण उदिस्ट नस्ट सुगम लछण, मेर लछण, मात्रा मेर विध, वरण मेर भरण विध, एकादस मात्रा मेर स्वरूप
| धारावाहिक श्रंखला – प्रत्येक मंगल, शुक्र एवं रविवार को प्रेषित
— 27 —
मात्रा वरण उदिस्ट नस्ट सुगम लछण।
दूहा
सुद्ध बिहुं उदिस्ट नस्ट, सुद्धा क्रम सूं अंक।
बे संख्या बिपरीतरै, निज सुद्ध अंक निसंक।।८९
बे सुद्ध थळ विपरीत रै, बि थळ संख्य विपरीत।
आं चहुं निस्ट उदिस्ट सिर, अंक उलट क्रम दीत।।९०
क्रम संख्या विपरीत बे, बि क्रम बि थळ बिपरीत।
पूछ ल यक घट नस्ट गुरु, वध उदिस्ट कहीत।।९१
सुद्ध बे सुद्ध थळ उलट बे, क्रम बी क्रम धर अंक।
पूछ सेस घट नस्ट कर, वध उदिस्ट गुरु अंक।।९२
इति रघुवरजसप्रकास ग्रंथे आढ़ा किसना क्रत मात्रा वरण सोड़स प्रस्तार उदिस्ट निरूपण संपूरण।
अथ मेर लछण।
दूहा
मुण अमका प्रस्तार मझ, सरब गुरू केह।
एक एक घट फिर अखौ, सब लघु घट लघु जेह।।६३
९०. बि-दो। संख्य-संख्या। सिर-ऊपर। दीत-दीजिये।
९१. वध-विधि। कहीत-कहते हैं।
९२. घट-घटाना।
९३. मुण-कह। अमका-इसका। अखौ-कहो। जेह-जिस।
— 28 —
पूछै यूं अन कवि प्रसन, थाप मेर जिण ठांम।
प्रथम मेर मत कवि परठ, रट कीरत रघुराम।।९४
अथ मात्रा मेर विध।
कवित छप्पै
कर सम बे बे कोठ, अंत यक अंक भरीजै।
आद कोठ यक अंक, दुवौ तिण तर हर दीजै।।
ऊरध जुगळ फिर अंक, देह पैलां कोठां दख।
विध मध कोठा भरण, लछ आखंत सुकवि लख।।
सिर अंक त्याग दछ अंक सौ, समिळ लेख अध कोठ सुज।
कह मत मेर यण विध ‘किसन’, तूं रट राघव आंन तज।।९५
९५. कोठ-कोठा। दुवौ-दूसरा। तिण-उस। तर-तल, नीचे। ऊरध-उर्ध्व। दख-कह। विध-विधि। मध-मध्य। लछ-लक्षण। आखंत-कहते हैं। समिळ-साथ। अध-नीचे। सुज-वह। आंन-अन्य।
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विषय – सूची
क्र.सं. | विषय | पृष्ट | क्र.सं. | विषय | पृष्ट | |
७९ | रोळा | 50 | सरभ | 64 | ||
८० | बथुवा | 50 | सैन | 64 | ||
८१ | काव्य | 50 | मंडूक | 64 | ||
८२ | मात्रा उपछंद वरणण | 51 | मरकट | 65 | ||
८३ | हरि गीत | 51 | करभ | 65 | ||
८४ | रांम गीत | 51 | नर | 65 | ||
८५ | सवैइया | 52 | मराळ | 65 | ||
८६ | मरहट्टा | 52 | मदकळ | 65 | ||
८७ | चतुर पदी तथा रुचिरा | 52 | पयोधर | 66 | ||
८८ | धत्ता | 53 | चळ | 66 | ||
८९ | धत्तानंद | 53 | वांनर | 66 | ||
९० | त्रिभंगी | 53 | त्रिकळ | 66 | ||
९१ | खट सद्रस्य छंद लछण | 53 | मच्छ | 66 | ||
९२ | पदमावती | 54 | कछप | 67 | ||
९३ | दंडकळ | 54 | सादूळ | 67 | ||
९४ | दुमिळा | 54 | अहिबर | 67 | ||
९५ | लीलावती | 55 | बाघ | 67 | ||
९६ | जनहरण | 55 | विडाळ | 68 | ||
९७ | वरवीर | 55 | सुनक | 68 | ||
९८ | झूलणा | 56 | ऊंदर | 68 | ||
९९ | उपझूलणा | 57 | सरप | 68 | ||
१०० | मदन हरा | 57 | चरणा | 69 | ||
१०१ | खंज | 58 | पंचा | 69 | ||
१०२ | गगनागा | 59 | नंदा दूहा तथा बरवै छंद | 69 | ||
१०३ | द्रूपदी | 59 | मोहणी लछण | 69 | ||
१०४ | उद्धत | 59 | चौटियो | 70 | ||
१०५ | माळा | 60 | १०९ | दूहा कौ नांम काढण विध | 70 | |
१०६ | पंचवदन | 61 | ११० | चूळियाळा छंद | 71 | |
१०७ | मात्रा असम चरण छंद वरणण | 61 | १११ | निस्रेणका | 71 | |
१०८ | दोहा | 62 | ११२ | चौबोला | 71 | |
अन्य लछण दूहा | 62 | ११३ | ककुभा | 71 | ||
सांकळियौ दूहौ | 62 | ११४ | सिख | 72 | ||
तूंबेरौ दूहौ | 63 | ११५ | रस उल्लाला | 72 | ||
भ्रमर | 64 | ११६ | रस उल्लाला रा भेद | 72 | ||
भ्रांमर | 64 | ११७ | माहा छंद | 72 |