ग़ज़ल – रक्स में आसमान होता है।

जब मुझे तेरा ध्यान होता है।
औलिया का गुमान होता है।।१

इश्क ज्यों ज्यो जवान होता है।
उसका जल्वा अमान होता है।।२

मन में खुश्बू बिखेर दे हर सू,
प्यार गुगल लोबान होता है।।३

तुम मेरा दिल, जिगर तुम्ही जाँ हो,
जान ही से जहान होता है।।४

जिक्र ग़ज़लों में तेरा जब आए,
रक्स में आसमान होता है।।५

गुफ्तगू करता है इशारों में,
इश्क कब बेजुबान होता है।।६

तोड़ मत दिल किसी का तू नरपत,
ये तो रब का मकान होता है।।८

~~©नरपत वैतालिक

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