रातीजगा चिरजा – माता चायणदे जी

।।रातीजगा चिरजा – माता चायणदे जी।।
सोना रूपा री ईंट पड़ास्याँ
तो ए बायाँ चायणदे रो मंड चुणास्याँ
ए चिरताळी बायाँ म्हारे घरे आजो
केसर कंकू री गार गळास्याँ
तो ए बायाँ चायणदे रो मंड लिपास्याँ
ए चिरताळी बायाँ म्हारे घरे आजो
रान्धूंली म्हें तो लाल लापसी
तो ए बायाँ रुच रुच भोग लगाज्यो
ए चिरताळी बायाँ म्हारे घरे आजो
कर जोड़्याँ प्याराँ जस गावे
तो ए म्हारी ढाणियाँ रे पहरो लगाज्यो
तो ए म्हारा रावळा रे पहरो लगाज्यो
ए चिरताळी बायाँ म्हारे घरे आजो