ऑनलाइन राजस्थानी सबदकोश


पद्मश्री डॉ. सीताराम लालस संपादित वृहत राजस्थानी शब्दकोश अब ऑनलाइन उपलब्ध है। कृपया निम्न लिंक पर क्लिक करें।

www.rajsabadkosh.org

 

धन्यवाद

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27 comments

  • Hemendra Tena

    मैं राजस्थानी साहित्य (खास तौर पर डिंगल साहित्य) का विद्यार्थी हूँ |
    मै काफी समय से सबदकोस और इस वेबसाइट का उपयोग कर रहा हूँ मुझे खुब लाभ हुआ है|

    मैं सीता राम जी को नही देख पाया पर मनोज जी आपको देखकर मैं धन्य हो गया ..
    आपका काम डिंगल जो मुर्छित है उसके लिए संजिवनी है और मेरे जैसे पढेसरो के लिए तो वरदान है |

    सादर प्रणाम अर् धन्यवाद

    • सादर आभार हेमेंद्र जी| इस सबदकोष को और अधिक उपयोगी बनाने हेतु आपके सुझाव जरूर भेजिएगा|

  • P. S. Jagarwal

    हुकम, की शब्द अभी जुड़े नहीं है। जैसे मटकी, माटी के छप्पर पकाने के स्थान को “नेवा” कहते हैं वो नहीं मिला मुझे। शायद कोई दुसरा शब्द उपयोग किया होगा। हो सकता है।
    फिर भी क्यों कहें बहुत ही परिश्रम किया है आपने।
    आपने म्हारे अंता सुं निंवण करूं सा। बहुत ही सुफल काम करियो है आप। धिन धिन है आपने।

    • जी हुकम। शब्दकोश सदैव एक जीवित दस्तावेज होता है। इसमे नए-पुराने शब्द हमेशा जुडते रहेंगे। “नेवा” शब्द सीताराम जी लालस के सबदकोश मे नहीं है अतः इस डिजिटल संस्करण मे भी नहीं जुड़ा। नए शब्दों को जोड़ने का सिस्टम अभी बन रहा है। तत्पश्चात एक निश्चित प्रक्रिया से गुजार कर नए शब्द भी जोड़े जाएंगे।

  • मोहन पुरी

    घणो महतावू काम हुयो है राजस्थानी भासा रै संरक्षण खातर … सबद बचैला तौ’ई आपणी संस्कृति बचैला… इण परियोजना सूं जुड़ियोड़ा सै जणां रो अभिनंदन । मोकळी-मोकळी बधाई ।

  • नीलकंठ

    जय श्री कृष्ण

    मेने आपके साइट मे बहुत अच्छा देखा हे। जो जानकारी मुजे पहले नही मीली थी वह मुजे यहां से मीली हे । मुजे आपसे कुछ काम हे तो कृपया आप मुजे अपना mobile number भेजेंगे तो आपका आभारी रहुंगा।

  • Divakar Acharya

    raam raam saa,
    in website rey sanchalak ro contact number chaijey, kripa kar batawo ghano jaroori kaam hai saa. mharo number hai 8094568880

  • YaRu khan Raypal

    सादर नमस्कार
    मैंने आपके शब्दकोश को पढ़ा…
    दिल को बहुत सुकून मिला। आपका ये प्रयास युवा पीढ़ी व आधुनिक अग्रेजी युग में राजस्थानी भाषा को बचाने में सशक्त साबित होगा।।
    मुझे गर्व है कि मुझे अल्लाह ने वीर भूमि राजस्थान में पैदा किया।।
    सदा मुझे राजस्थानी होने पे नाज़ रहेगा।।

  • देवकीनंदन तोदी

    गई २६ जनवरी २०२० कलकत्ता श्यूँ जयपुर गयो जणां सोच्यो थो कि राजस्थान माँय मारवाड़ी बोलणे री सगली बफार काड लेश्यूँ पण भोत निराशा होई कि मारवाड़ी को जवाब भी स्थानीय मिनख हिंदी माँय दे रह्या था। इयां लाग रहयो थो जाणे कि प्रवासी मिनख रै सामने, स्थानीय मिनखां ने मारवाड़ी बोलणे में लाज लाग रहई थी!

  • राणा गढवी

    चारणो का इतिहास ढुंढता में ऐ आपकी साइट पर पहुंचे तो साइट देखी बहुत आनंद आया।।।
    आपके कामों को मैं बिरदाता हु शब्दों से ।
    में कोई बड़ा दांता नहीं हु मैं ऐक अभ्यासी विद्यार्थी हु की आप को कुछ दान कि रकम भेज शकु लेकिन भविष्य में ऐ करुंगा जरुर समाज के लिए।।।।।

    • आभार हुकम। भावना सबसे महत्वपूर्ण होती है। आपको वंदन। इसी प्रकार उत्साहवर्धन करते रहिए।

  • महिमा राठौड़

    हृदय से आभार । अभी कुछ राजस्थानी शब्दों को ढूढते ढूंढते इस साइट पर पहुंच गई । बहुत ही उम्दा और प्रशंसनीय कार्य है यह । सकारत्मक परिणाम की आशा के साथ ढेरों शुभकामनाएं ।

    • बहुत बहुत आभार हुकम। अब इस प्रोजेक्ट के लिए नई साइट है http://www.rajsabadkosh.org जहां आपको प्रोजेक्ट की प्रगति की जानकारी मिलती रहेगी।

  • Dr Hariram Bishnoi Bikaner

    आप रो काज आवण वाळी पीढ़ियां ने आपणी संस्कृति, आपणी भाषा री पीछाण करावण में सायरो दैवेला
    आपणी भाषा रो आखे जगत में प्रचार-प्रसार हुवैला
    लखदाद आपने
    जगत रै धणी स्यु आ ही अरज के आप रो काज बैगो पुरो करावै

  • Dr. Gajadan charan 'shaktisut'

    बहुत ही उपयोगी, आवश्यक एवं गौरवान्वित करने वाला काम है। नई पीढ़ी के लिए राजस्थानी के शब्द दैनन्दिन प्रयोग से कटते जा रहे है। डिजिटल युग में राजस्थानी शब्द कोश के लिए आप द्वारा संकल्पित प्रोजेक्ट एक महत्वपूर्ण कदम होगा। ढेर सारी शुभकामनाएं। उस दिन का इन्तजार रहेगा, जब हम इसे अपने अपने फोन में देख पाएंगे।

    • अनंत आभार हुकम। आपका सतत उत्साहवर्धन ही हम सभी की प्रेरणा है। ये संकल्प अपने निर्धारित समय में अवश्य पूरा होगा और हम सभी राजस्थानी शब्दकोष को अपने मोबाइल पर देख पाएंगे।

  • Vikram Shekhawat

    आज इत्तेफाकन इस साइट पर पहुँच गया, आपने बहुत मेहनत की है इस धरोहर का संकलन करने में। Keep it up।

  • Girish Singh Kavia

    Dear Shri Manoj Mishran sahab,

    I must say that you have done an extraordinarily fabulous job by initiating this portal. I have visited this site several times but realised only now that your efforts had begun almost half a century ago. Hats off to you, Sir.

    With regards,

    Girish

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