🌷मित्रता – गजल🌷

है खांडै री धार मित्रता।
सबसूं उत्तम कार मित्रता!!
रथ हांकै नै पग धो देवै।
सँभल़ै डग -डग लार मित्रता!!
डिगतै नैं कांधो दे ढाबै।
निज भुज लेवै भार मित्रता!!
बढती -घटती नहीं चांद ज्यूं।
सुख-दुख में इकसार मित्रता!![…]

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सात रंग रा सरनामा – गज़ल

सात रंग रा सरनामा रो बादल़ कागद!
धरती नें रामा सामा रो बादल़ कागद!
बूंद पडै जद झिर मिर झिर मिर शबद उकलता,
विरह दगध अबल़ा वामा रो बादल़ कागद!
प्रीत, विरह, उच्छब आँसू, सपना, अर यादां,
अणगिणिया कितरा गामां रो बादल़ कागद![…]

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जोगी – गज़ल

बैठौ आसन मारे जोगी!
किणनें आप चितारे जोगी!
चिलम फूंक नें धुँवौ उडाडै,
फिकर नहीं है वा!रे!जोगी!
अनहद ने बध बध आलापे,
पल़ पल़ सांझ सवारे जोगी!
अजब गजब रो रूप बणायो,
अंग भभूत लगा रे जोगी!

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देखो – गजल

बातां ज्यांरी स्याणी देखो।
भरी धूर्तता वाणी देखो!!
दूजां दुख में होय दूबल़ा।
कैवै काग कहाणी देखो!!
जनता नैं तो कोई खूंटलै।
समझ गाडरी लाणी देखो!!
ठग्गां घर नीं रीत दैण री।
वुस्त बठै तो जाणी देखो!!

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🌷रामजी – गजल🌷

मत दे इतरा धता रामजी!
मिनख मिल़ै तो बता रामजी!!
लोकतंत्र में लूखो, भूखो!
जन तो खावै खता रामजी!!
मिनख !, मिनख नै जाति पूछै!
जूत चेपनै सता रामजी!!
वोट मांगिया पैर पकड़नै!
अब तो मालक छता रामजी!![…]

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दीकरा – गज़ल

तूं तो ग्यो परदेस दीकरा।
सूनो करग्यो नेस दीकरा।।
कदै आय पाती विलमाती।
अब बदल़्यो परिवेस दीकरा।।
गया ठामडा भाज दीकरा!
रांधूं कीकर आज दीकरा!
छाछ मांगनै करूं राबड़ी
नहीं घरां पण नाज दीकरा!

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दीकरी – गज़ल

घर रो दारमदार दीकरी।
म्हारो सुक्रत कार दीकरी।।
तुलसी आंगणद्वार दीकरी!
पूजूं बारंबार दीकरी!
आँगण में अवतार दीकरी।
म्हारो सब संसार दीकरी।

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🍀डोकरी – गज़ल🍀

बैठी घर रे बार डोकरी।
किणनें रही निहार डोकरी।।
थाकी बैठी आज डोकरी।
राखी घर री लाज डोकरी।।
हाथां पकड़्यो भाल डोकरी।
मोडा खाग्या माल डोकरी।।[…]

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गजल

कांई थांने याद है हा पोर खिलिया फूल हरियल बाग में!
नाचता हा मोर गाती कोयलां इण ठौड पंचम राग में!
डोलता तरु डाळ सौरम लेण मिस हर पळ अली भाळे कळी,
बीण, डफ, मंजीर जिम गुंजार जाणे घुळी सोरठ राग में!

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दो गजलां – आंधी अर बादल़ा

मुरधर रमवा आवै आंधी।
बल़-कल़ आप बतावै आंधी।
फूस बुहारी करै फूठरी।
थल़ रो रूप सजावै आंधी।।
थल़ियां -थल़ियां हीमत देखण।
तीर! रावड़िया बावै आंधी।।
धूड़ गैंतूल़ा चहुंदिस करिया
निरमल़ नभ में छावै आंधी।। […]

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