गीत वेलियो चावा चारण कवियां रो

आज पुराणा कागज जोवतां अचाणचक एक बोदो ऐड़ो कागज लाधो जिणमें म्हैं एक वेलियो गीत वर्तमान चावै डिंगल़ कवियां माथै दिनांक 23/5/92 जेठ बदि 6, 2049 नै लिख्यो अर आदरणीय डॉ.शक्तिदानजी कविया नै मेल्यो। हालांकि म्हैं इणगत तारीख लिख्या नीं करूं पण आ लिखीजगी जणै याद ई रैयगी।
सांभल बात कायबां भल सांभल़,
पाल़ण डींगल़ पेख्या प्रीत।
ज्यांरो आज बुद्धिसम जोवो,
गढव्यां तणो बणावूं गीत।।1[…]